राजस्थान में पहली बार 3 इमरजेंसी होगी:ओटी इक्यूपमेंट्स से बेडशीट तक बिना हाथ लगाए ऑटोमैटिक मशीनों से 134 डिग्री तापमान पर स्टरलाइज होंगे

राजस्थान में पहली बार 3 इमरजेंसी होगी:ओटी इक्यूपमेंट्स से बेडशीट तक बिना हाथ लगाए ऑटोमैटिक मशीनों से 134 डिग्री तापमान पर स्टरलाइज होंगे
ऑपरेशन थिएटर में काम आने वाले इक्यूपमेंट्स से लेकर बेडशीट तक संक्रमण मुक्त करने के लिए आटोमैटिक और हैंड फ्री मशीनों का इस्तेमाल होगा।

सएमएस में नेफ्रो, यूरोलॉजी, गेस्ट्रो और एचपीबी (हिपेटो एंड पेनक्रियाटिक बिलियरी) के मरीजों को ओडीपी, जांच और ऑपरेशन के लिए भटकना नहीं होगा। 7 फ्लोर के सुपरस्पेशियलिटी भवन में इन रोगों के मरीजों को एक ही जगह सभी सुविधाएं महीने के अंत तक मिलने लगेंगी। ऑपरेशन थिएटर में काम आने वाले इक्यूपमेंट्स से लेकर बेडशीट तक संक्रमण मुक्त करने के लिए आटोमैटिक और हैंड फ्री मशीनों का इस्तेमाल होगा। एमआरआई मशीन से मरीज हेड फोन के जरिए गाने सुन सकेंगे। यहां इलाज शुरू होने से यह पहला अस्पताल होगा, जहां 3 इमरजेंसी होंगी। पहली एसएमएस. दूसरी ट्रोमा सेंटर और तीसरी सुपर स्पेशियलिटी भवन में होगी।

एसएमएस में महीने के अंत तक शुरू होगा 7 फ्लोर का सुपर स्पेशियलिटी भवन

सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में कौन सी सुविधाएं मिलेंगी

  • सुपरस्पेशियलिटी भवन में 336 बेड होंगे।
  • 6 मॉड्यूलर ओटी, 7 आधुनिक एंडोस्कोपी मशीन
  • स्टोन को निकालने के लिए ‘लिथोट्रीप्सी मशीन’
  • हीमोडायलिसिस के लिए 21 मशीनें
  • प्री एंड पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड
  • स्किन बैंक और 4 डी सोनोग्राफी मशीन

13 करोड़ रुपए की 3 टेस्ला की MRI मशीन
13 करोड़ की 3 टेस्ला की MRI मशीन लगाई गई है। मशीन से लीवर की जांच भी होगी। किडनी के लिए सीआरटीटी मशीन होगी। शिफ्टिंग के बाद धनवंतरी में न्यूरोसर्जरी-कार्डियोलोजी विभाग अपग्रेड होगा।

एसएमएस में 15 से 20% मरीजों का भार कम
नेफ्रो, यूरो, गेस्ट्रो, और हिपेटो के आउटडोर में रोजाना 1500 से 2000 मरीज तथा इनडोर में 150 से 200 मरीज आते हैं। एसएमएस में हर दिन 8000 ओपीडी है। ऐसे में करीब 15 फीसदी भार कम हो जाएगा.

संक्रमण मुक्त करने के लिए 3 लेयर में सफाई
ऑपरेशन में काम में आने वाले इक्यूपमेंट्स और अन्य सामान पहले वाशर डिसइंफेक्शन मशीन में धुलेंगे। फिर पास बॉक्स मशीन और ऑटोक्लेव मशीन में 45 मिनट तक 134 डिग्री तापमान पर रखे जाएंगे।

नेफ्रो, गैस्ट्रो, यूरो का पूरा इलाज 1 छत के नीचे
मंजिल : विभाग, बेसमेंट: पार्किंग, एमआरआई, एक्सरे, सोनोग्राफी
ग्राउंड फ्लोर: ओपीडी, इमरजेन्सी
प्रथम : एचपीबी सर्जरी, मेडिकल रिकार्ड रुम, डेटा सेेन्टर होगा।

द्वितीय: गेस्ट्रोएंट्रोलोजी तृतीय: एंडोस्कोपी, प्रशासनिक विभाग, चतुर्थ: नेफ्रोलोजी पंचम: यूरोलोजी, षष्टम: डायलिसिस सेन्टर, सोटो।